नई दिल्ली: भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। 2024 में, कई नई कंपनियां और मौजूदा ऑटोमोबाइल निर्माता EV सेगमेंट में प्रवेश कर रहे हैं। कई सरकारें और निजी कंपनियां इस क्षेत्र में भारी निवेश कर रही हैं, जिससे भारत को वैश्विक EV बाजार में एक महत्वपूर्ण स्थान मिलने की उम्मीद है।
2024 में, टाटा मोटर्स, महिंद्रा, और हुंडई जैसी कंपनियां अपने नए मॉडल लॉन्च करने जा रही हैं। टाटा की कर्व EV और महिंद्रा की XUV400 जैसी नई पेशकशों के साथ, ग्राहकों को बढ़िया विकल्प मिलेंगे। इसके अलावा, फास्ट चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार भी हो रहा है, जिससे EV उपयोगकर्ताओं के लिए यात्रा करना आसान होगा।
प्रदूषण में कमी
भारत सरकार ने 2030 तक 30% वाहनों को इलेक्ट्रिक बनाने का लक्ष्य रखा है। इससे प्रदूषण में कमी आने की संभावना है। EVs की उच्च मांग के साथ, कई स्टार्टअप भी बैटरी टेक्नोलॉजी और चार्जिंग समाधान पर काम कर रहे हैं।
किफायती विकल्प
2024 में, ग्राहकों को किफायती EVs की पेशकश की जाएगी। कई कंपनियां ऐसे मॉडल विकसित कर रही हैं, जिनकी कीमत 10 लाख रुपये से कम होगी। इससे मध्यवर्गीय परिवारों को इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने में आसानी होगी।