Jaguar Land Rover साइबर अटैक की वजह से सुर्खियों में है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि कंपनी की 40,000 नई गाड़ियां गायब हैं, लेकिन JLR ने इस बात से इनकार किया है।
हाल ही में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में एक बड़ी खबर सामने आई। रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि Jaguar Land Rover (JLR) अपनी करीब 40,000 नई गाड़ियों का ट्रैक खो बैठी है। ये वही गाड़ियां हैं जो फैक्ट्री में बनकर तैयार हो चुकी थीं लेकिन ग्राहकों तक नहीं पहुंच पाई हैं। यह दावा ऑटोमोटिव न्यूज़ यूरोप की एक रिपोर्ट में किया गया।
Jaguar Land Rover: साइबर अटैक
असल में, 31 अगस्त को Jaguar Land Rover साइबर अटैक का शिकार हो गई थी। इस साइबर अटैक के चलते कंपनी को अपने प्रोडक्शन को रोकना पड़ा। पहले दो हफ्तों के लिए प्रोडक्शन बंद रहा लेकिन अब इसे 24 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है। इसका असर न सिर्फ नई गाड़ियों पर पड़ा बल्कि कंपनी के सप्लायर और सर्विसिंग पार्ट्स पर भी इसका सीधा असर दिख रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, JLR की आईटी सिस्टम बंद होने की वजह से सर्विसिंग पार्ट्स और इस्तेमाल की हुई कारों के लिए जरूरी कंपोनेंट्स की सप्लाई भी प्रभावित हुई है। यह स्थिति कंपनी के लिए और भी मुश्किल तब बन गई जब अमेरिका में बढ़े टैरिफ और खर्चों के कारण पहले से ही उसकी प्रॉफिटेबिलिटी पर दबाव था।
हालांकि, जब कंपनी से इस बारे में सवाल किया गया कि क्या सच में 40,000 गाड़ियां गायब हो गई हैं, तो JLR ने इन खबरों को पूरी तरह खारिज कर दिया। कंपनी का कहना है कि “हमें हर कार का पूरा ट्रैक पता है। सभी गाड़ियां फैक्ट्री से मार्केट तक ट्रांजिट में कहां हैं, इसकी पूरी जानकारी हमारे पास है।”
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ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट्स का मानना है कि लंबे समय तक प्रोडक्शन रुकने से JLR की सप्लाई चेन और बिक्री पर असर पड़ सकता है। खासकर उन मार्केट्स में जहां Land Rover और Jaguar गाड़ियों की ज्यादा डिमांड है। फिलहाल कंपनी का फोकस अपने आईटी सिस्टम को सुरक्षित करने और प्रोडक्शन को जल्द से जल्द नॉर्मल करने पर है। JLR चाहती है कि उपभोक्ताओं और डीलर्स पर इसका असर कम से कम पड़े।